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Tuesday, 11 November, 2025
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विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित स्मार्ट कृषि महत्वपूर्ण: नीति आयोग सदस्य

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नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने मंगलवार को कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित स्मार्ट कृषि महत्वपूर्ण है।

एसोचैम के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंद ने कहा, ‘‘कृषि-प्रौद्योगिकी का परिदृश्य तेज़ी से विकसित हो रहा है, जिसमें आनुवंशिक संशोधन और सटीक खेती से लेकर डेटा विज्ञान और आईसीटी-आधारित सलाहकार प्रणालियां शामिल हैं।’’

एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि आज किसानों के पास पूंजी, ज्ञान और साझेदारी तक पहुंच होनी चाहिए जो उन्हें इस बदलाव के अनुकूल ढलने में सक्षम बनाए।

चंद ने कहा, ‘‘हर प्रौद्योगिकी एक समाधान और एक चुनौती दोनों लेकर आती है; हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि नवाचार, स्थिरता और पर्यावरणीय संतुलन का भी सम्मान करे।’’ उन्होंने कहा कि भारत न केवल एक खाद्य-सुरक्षित राष्ट्र है, बल्कि मूल्यवर्धन और जलवायु-स्मार्ट कृषि की ओर भी बढ़ रहा है।

नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि देश की 46 प्रतिशत आबादी कृषि क्षेत्र में कार्यरत है, जिससे यह विकसित भारत मिशन में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बन गया है, और असम और मध्य प्रदेश जैसे दूसरी श्रेणी के क्षेत्रों में इसमें उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।

कृषि आयुक्त प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि कृषि को उत्पादक और टिकाऊ बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘यूपीएजी डॉट जीओवी डॉट इन’ जैसे मंच कृषि सांख्यिकी, फसल बीमा, फसल उपज और किसान क्रेडिट कार्ड डेटा को एकीकृत कर रहे हैं, जिसका उपयोग सूचित निर्णय लेने को सुनिश्चित करने के लिए किया जाना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘डिजिटल कृषि और रीयल-टाइम इंटेलिजेंस के साथ, हम किसानों की स्थानीय भाषाओं में डेटा उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं, जिससे प्रत्येक किसान प्रौद्योगिकी-संचालित समाधान का लाभ उठा सके।’’

धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के मानद चेयरमैन आर जी अग्रवाल ने फसल संरक्षण में विनियमन और नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन नई चुनौतियां लेकर आया है और केवल अनुसंधान और गुणवत्ता नियंत्रण के माध्यम से ही हम भारत की खाद्य सुरक्षा की रक्षा कर सकते हैं।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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