नयी दिल्ली, पांच अप्रैल (भाषा) टाटा स्टील ने अपने कलिंगनगर संयंत्र की विस्तार परियोजना के लिए भारी मशीनरी को पहुंचाने को ओडिशा में अंतर्देशीय जलमार्ग का इस्तेमाल किया है। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है।
उद्योग के लिए रेल और सड़क की तुलना में जलमार्गों का परिवहन सस्ता है, इसलिए सरकार इनके विकास पर ध्यान दे रही है।
इस बीच, मंगलवार को राष्ट्रीय समुद्री दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के समुद्री क्षेत्र ने पिछले आठ वर्षों में नई ऊंचाइयों को छुआ है। साथ ही व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में योगदान दिया है।
टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (टीक्यूएम और इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट्स) अवनीश गुप्ता ने बयान में कहा कि इस कदम से संभावित लागत लाभ के साथ एक स्थायी लॉजिस्टिक्स मॉडल का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह इस्पात क्षेत्र और देश को कॉर्बन-मुक्त करने में भी योगदान देगा। इसके साथ ही सड़क आवाजाही कम रहने से सड़क सुरक्षा में सुधार करेगा।’’
टाटा स्टील ने खेप का विवरण साझा करते हुए कहा कि इसे शंघाई से ओडिशा के पारादीप बंदरगाह के लिए एक चार्टर्ड जहाज में रवाना किया गया। जहां से इसे लूना नदी के माध्यम से मार्शाघई भेजा गया। इसे दो अप्रैल को ‘रोडवेज’ के जरिये परियोजना स्थल पर पहुंचाया गया।
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