(अदिति खन्ना)
लंदन, 28 सितंबर (भाषा) ब्रिटेन सरकार ने रविवार को ऐलान किया कि वह जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) को 1.5 अरब पाउंड तक की ऋण गारंटी देगी।
यह मदद एक बड़े साइबर हमले के बाद जेएलआर की आपूर्ति श्रृंखला को स्थिरता देने के लिए की जा रही है।
जेएलआर, भारत की टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली एक प्रतिष्ठित ब्रिटिश कार विनिर्माता कंपनी है।
यह कर्ज एक वाणिज्यिक बैंक से दिया जाएगा, लेकिन इसकी गारंटी ब्रिटेन के डिपार्टमेंट फॉर बिजनेस एंड ट्रेड (डीबीटी) की ओर से दी जाएगी।
यह गारंटी ‘निर्यात विकास गारंटी’ योजना के तहत दी जाएगी, जो कि ब्रिटेन एक्सपोर्ट फाइनेंस नामक सरकारी एजेंसी द्वारा चलाई जाती है। कंपनी को यह राशि पांच वर्षों में चुकानी होगी।
जेएलआर पर इस महीने की शुरुआत में एक बड़ा साइबर हमला हुआ था, जिसके कारण कंपनी को अपने कई संयंत्र में उत्पादन रोकना पड़ा। इससे न केवल कंपनी को नुकसान हुआ, बल्कि उसके साथ काम करने वाली छोटी और मध्यम दर्जे की कंपनियां भी संकट में आ गईं। इस सहायता का उद्देश्य इन्हीं कंपनियों को सहारा देना और नौकरियों को बचाना है।
ब्रिटेन के व्यापार मंत्री पीटर काइल ने कहा, ”यह साइबर हमला सिर्फ एक प्रतिष्ठित कंपनी पर नहीं, बल्कि ब्रिटेन के वाहन क्षेत्र और उससे जुड़े लाखों लोगों की आजीविका पर हमला था। हमारी इस गारंटी से वेस्ट मिडलैंड्स, मर्सीसाइड और पूरे देश में नौकरियों को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।”
जेएलआर के पास ब्रिटेन में तीन बड़े संयंत्र हैं। कंपनी सीधे तौर पर 34,000 लोगों को रोजगार देती है और इसकी आपूर्ति श्रृखंला में 1.2 लाख से अधिक लोग जुड़े हुए हैं।
ब्रिटेन की सरकार और साइबर विशेषज्ञ जेएलआर के साथ लगातार संपर्क में हैं ताकि जल्द से जल्द उत्पादन दोबारा शुरू किया जा सके। उम्मीद है कि उत्पादन अगले महीने तक बहाल हो जाएगा।
कंपनी ने जानकारी दी है कि अब उसके कुछ डिजिटल सिस्टम दोबारा चालू हो गए हैं और वो आपूर्तिकर्ताओं के बकाया भुगतान को तेजी से निपटा रही है।
भाषा योगेश पाण्डेय
पाण्डेय
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