चेन्नई, 27 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 28 फरवरी को कई पहल शुरू करने के बाद तमिलनाडु के तूतिकोरिन में वीओसी बंदरगाह देश का पहला हरित हाइड्रोजन केंद्र बन जाएगा। यह हरित बंदरगाहों का एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करेगा और एक ट्रांसशिपमेंट केंद्र के रूप में भी उभरेगा। केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा चेन्नई रूस के व्लादिवोस्तोक के लिए पूर्वी समुद्री गलियारे का प्रवेश द्वार बन जाएगा और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में और वृद्धि होगी।
सोनोवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कल प्रधानमंत्री मोदी 17,000 करोड़ रुपये से अधिक की 36 परिवर्तनकारी परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और करेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे।’’
देश में पहली बार कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित स्वदेशी रूप से विकसित हाइड्रोजन ईंधन सेल फेरी को आत्मनिर्भर भारत के हिस्से के रूप में पेश किया जाएगा।
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