नयी दिल्ली, 20 फरवरी (भाषा) सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन वित्त वर्ष 2029-30 तक भारत में यात्री वाहन खंड में 50 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करना चाहती है। ऐसे में कंपनी का लक्ष्य भारत में अधिक स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) और एमपीवी मॉडल (बहुद्देशीय वाहन) के साथ-साथ शुरुआती स्तर के नए उत्पाद पेश करने का है, जो ग्राहकों की पसंद के अनुरूप हों।
अपनी नई मध्यावधि प्रबंधन योजना (वित्त वर्ष 2024-25 से 2029-30) के अनुसार, जापानी वाहन विनिर्माता ने कहा कि वह भारत से उत्पादों की आपूर्ति करके पश्चिम एशिया और अफ्रीका के बाजारों में कारोबार का विस्तार करने की योजना बना रही है, जिनमें वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं।
भारतीय बाजार की रणनीति के बारे में विस्तार से बताते हुए कंपनी का लक्ष्य एसयूवी और एमपीवी खंडों में उत्पाद क्षमताओं और लाइनअप को मजबूत करना और ‘शुरुआती मॉडल वाले ग्राहकों की प्राथमिकताओं को पूरा करने वाले शुरुआती खंड के उत्पादों को तेजी से विकसित और पेश करना है।”
कंपनी की मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) में 58.19 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कंपनी ने कहा कि उसका लक्ष्य भारतीय वाहन उद्योग में बाजार की अग्रणी कंपनी के रूप में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी दोबारा प्राप्त करना है।
घरेलू यात्री वाहन खंड में मारुति सुजुकी इंडिया की बाजार हिस्सेदारी वर्तमान में लगभग 41 प्रतिशत है।
सुजुकी को यह भी उम्मीद है कि भारत में मांग को पूरा करने और वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में विस्तार करने के लिए एमएसआई की वार्षिक उत्पादन क्षमता 40 लाख इकाई तक पहुंच जाएगी।
इसका लक्ष्य देश में बैटरी वाले इलेक्ट्रिक वाहनों (बीईवी) के उत्पादन, निर्यात और बिक्री के मामले में अग्रणी बनना है।
भाषा अनुराग अजय
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