नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने कहा कि मजबूत मांग के साथ देश में आने वाले दिनों में कोयला आधारित ऊर्जा संयंत्रों की क्षमता का अधिक उपयोग हो सकेगा।
एनटीपीसी की 2021-22 के लिए वार्षिक रिपोर्ट में सिंह ने शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह बताना आवश्यक है कि देश में ऊर्जा की अधिक उपलब्धता लेकिन बिजलीघरों से कम आपूर्ति की स्थिति अब खत्म होती लग रही है। मांग मजबूत होने के साथ ऐसा अनुमान है कि कोयला आधारित बिजलीघरों का पीलएलएफ (प्लांट लोड फैक्टर) यानी क्षमता उपयोग और बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि कंपनी की कोयला आधारित प्रस्तावित परियोजना अब कम हैं और बाकी की जो परियोजनाएं हैं वे भी खदानों के आसपास ही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस परियोजनाओं के शुरू होने के साथ उत्पादन में हिस्सेदारी भी बढ़ेगी। क्षमता बढ़ाने के कार्यक्रमों में हम आगे बढ़ रहे हैं और हमारी योजना 15 अगस्त, 2023 तक 75 गीगावॉट (75,000 मेगावॉट) क्षमता हासिल करने की है।
सिंह ने कहा कि दुनियाभर के घटनाक्रमों को देखते हुए नवीकरणीय क्षमता को जोड़ने पर अधिक ध्यान देना जरूरी है लेकिन इसके साथ ही कोयला आधारित क्षमता को बढ़ना भी आवश्यक है क्योंकि इससे बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया कि परमाणु क्षमता को बढ़ाने पर भी बात चल रही है।
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