नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) स्टार्टअप और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) की ओर से पेटेंट दायर करने में पिछले पांच वर्ष में 310 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2018-19 के 1,492 से इनकी संख्या वित्त वर्ष 2023-24 में 6,120 हो गई है।
पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क महानियंत्रक के संयुक्त नियंत्रक एन. रामचंदर ने बृहस्पतिवार को बताया कि 2021 में शुरू किए गए राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन के माध्यम से लगभग तीन वर्ष में समूचे भारत में 24 लाख से अधिक छात्रों और शिक्षकों को आईपी अधिकारों के बारे में शिक्षित किया गया है।
एसोचैम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि भारत में पेटेंट आवेदन दाखिल करने में 116 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसकी संख्या वित्त वर्ष 2014-15 के 42,763 से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 92,172 हो गई है।
रामचंदर ने कहा, ‘‘पेटेंट प्रदान करने में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इनकी संख्या वित्त वर्ष 2014-15 के 5,978 से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 1,03,057 हो गई। इसमें भारत ने पिछले 10 वर्ष में निवासी और गैर-निवासी खंड में सबसे बड़ा बदलाव देखा, जिनमें से निवासियों की हिस्सेदारी 2013 के 24.8 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 60 प्रतिशत हो गई है।’’
भाषा राजेश राजेश निहारिका
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