कोलंबो, 15 मार्च (भाषा) श्रीलंका गंभीर विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रही अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से वित्तीय सहायता मांगेगा।
श्रीलंका के वित्त मंत्री बेसिल राजपक्षे ने मंगलवार को आईएमएफ से वित्तीय मदद लेने की मंजूरी दे दी। वही वह भारत के साथ राहत पैकेज पर समझौते के लिए नयी दिल्ली रवाना हो गए हैं।
मंत्रिमंडल के प्रवक्ता रमेश पतिराना ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वित्त मंत्री को कदम बढ़ाने और आईएमएफ के साथ चर्चा करने के लिए मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है।’’
आईएमएफ ने इस महीने की शुरुआत में कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था ‘गंभीर चुनौतियों’ का सामना कर रही है। सार्वजनिक ऋण ‘काफी उच्च स्तर’ पर पहुंच गया है, जो अर्थव्यवस्था के लिये ठीक नहीं है।
वैश्विक संस्थान ने आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में तत्काल सुधार का भी आह्वान किया है।
श्रीलंका वर्तमान में विदेशी मुद्रा भंडार के कम होने के साथ गंभीर संकट से जूझ रहा है और सरकार आवश्यक आयात के बिल का भुगतान करने में असमर्थ है।
इस बीच, वित्त मंत्री राजपक्षे भारत के साथ एक अरब डॉलर के नए राहत पैकेज पर हस्ताक्षर करने के लिए मंगलवार को भारत रवाना हो गए हैं।
श्रीलंका के वित्त मंत्रालय ने अनुसार भारत के साथ इस समझौते से प्राप्त होने वाली कर्ज सुविधा का उपयोग ईंधन, खाद्य और दवाओं के भुगतान पर किया जाएगा।
इससे पहले, पिछले महीने श्रीलंका ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन से 40,000 टन डीजल और पेट्रोल खरीदा था, ताकि विदेशी भंडार में कमी से उत्पन्न आर्थिक संकट के बीच तत्काल ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
भाषा जतिन रमण
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