नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) समेत तीन समझौतों पर बातचीत पूरी होने में कुछ और समय लग सकता है, क्योंकि दोनों पक्षों को अभी कुछ लंबित मुद्दों को सुलझाना है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच जिन तीन समझौतों पर बातचीत चल रही है, उनमें चार या पांच मुद्दे हैं।
जिन तीन समझौतों पर बातचीत चल रही है, वे हैं – एफटीए, द्विपक्षीय निवेश समझौता (बीआईटी) और सामाजिक सुरक्षा समझौता (आधिकारिक तौर पर डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन एग्रीमेंट)।
पिछले सप्ताह लंदन में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यापार एवं वाणिज्य राज्य मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स के बीच हुई बैठकों के दौरान वार्ता की प्रगति की समीक्षा की गई।
एक सूत्र ने कहा, “कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे अभी भी बने हुए हैं। कुछ और बैठकें होंगी।”
जिन मुद्दों पर कुछ और चर्चा की आवश्यकता हो सकती है, उनमें बीआईटी में सनसेट क्लॉज, ब्रिटेन का नया कार्बन कर और डेटा स्थानीयकरण शामिल हैं।
दोनों पक्ष 29 अप्रैल को लंदन में इन वार्ताओं के समापन की घोषणा करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अंतिम समय में मतभेद उभर आए।
गोयल ने 29 अप्रैल को लंदन की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी की। इसके बाद उन्होंने दो मई को लंदन लौटने से पहले ओस्लो (नॉर्वे) और ब्रसेल्स का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री रविवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंच रहे हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नौ अप्रैल को अपने ब्रिटिश समकक्ष चांसलर रेचल रीव्स के साथ 13वीं मंत्रिस्तरीय भारत-ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता (ईएफडी) को सकारात्मक रूप से पूरा किया और समझौते की वार्ता को जल्द ही पूरा करने की उत्सुकता व्यक्त की।
इससे पहले 24 फरवरी को गोयल और ब्रिटेन के व्यापार एवं वाणिज्य मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने दोनों देशों के बीच प्रस्तावित एफटीए के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की घोषणा की थी।
आठ महीने से अधिक समय के अंतराल के बाद वार्ता बहाल हुई। अब तक 14 दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है, जिसकी शुरुआत 13 जनवरी, 2022 को हुई थी।
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