नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) कोविड-19 की नई लहर के कारण वृद्धि के सीमित रहने, कारोबारी विश्वास के प्रभावित होकर 19 महीने के निचले स्तर पर आने से नए ऑर्डर और उत्पादन में विस्तार की गति धीमी रही और जनवरी में भारत के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में नरमी आई। एक मासिक सर्वेक्षण में मंगलवार को यह कहा गया ।
आईएचएस मार्किट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) जनवरी में घटकर 54.0 पर आ गया जो दिसंबर में 55.5 था। यह पिछले साल सितंबर के बाद से इस क्षेत्र की सेहत में सबसे कमजोर सुधार है।
आईएसएस मार्किट में सहायक निदेशक अर्थशास्त्र पॉलियाना डि लीमा ने कहा, ‘‘पीएमआई के हालिया नतीजे बताते हैं कि कोविड-19 की नई लहर का भारत के विनिर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन पर मामूली प्रभाव पड़ा है।’’
कीमतों के लिहाज से देखें तो उत्पाद विनिर्माताओं को लागत में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुद्रास्फीति की कुल दर बीते चार महीने में सबसे कम है लेकिन यह अभी भी दीर्घकालिक औसत से अधिक बनी हुई है।
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