मुंबई, 12 जून (भाषा) शिवसेना से संबद्ध संगठन ‘राष्ट्रीय कामगार सेना’ (आरकेएस) ने अहमदाबाद में हादसे का शिकार हुए एयर इंडिया बोइंग 787-8 विमान में तीसरे पायलट की ‘अनुपस्थिति’ पर चिंता जताई है।
अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के समय विमान में चालक दल के सदस्यों समेत 242 लोग सवार थे।
आरकेएस के अध्यक्ष किरण पावसकर ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में इस दुर्घटना को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए कहा कि उनका संगठन इसकी गहन जांच के लिए दबाव बनाएगा।
पावसकर ने कहा, ‘लंबी दूरी की उड़ानों में सेकंड ऑफिसर या तीसरे पायलट का होना आम बात है, जो गंभीर परिस्थितियों में सहायता कर सकते हैं।’
उन्होंने आरोप लगाया कि तीसरे पायलट को हटाने का निर्णय ‘लागत में कटौती के नाम पर’ लिया गया था। उन्होंने कहा कि कॉकपिट में एक अतिरिक्त प्रशिक्षित व्यक्ति (पायलट) की उपस्थिति ऐसी आपातकालीन स्थितियों में मददगार हो सकती थी।
विमान में सवार 230 यात्रियों में से 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली नागरिक और एक कनाडाई नागरिक थे।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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