मुंबई, सात फरवरी (भाषा) बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 1,024 अंक का गोता लगाकर 58,000 अंक के नीचे बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के बावजूद बैंक और वित्तीय शेयरों में भारी बिकवाली से बाजार नीचे आया।
कारोबारियों के अनुसार, विदेशी निवेशकों की बाजार से पूंजी निकासी जारी रहने को लेकर चिंता से भी बाजार धारणा पर असर पड़ा। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से बाजार कमजोर खुला। हालांकि, दोपहर के कारोबार में बिकवाली दबाव बढ़ा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,023 अंक यानी 1.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,621.19 पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 302.70 अंक यानी 1.73 प्रतिशत लुढ़ककर 17,213.60 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी बैंक 3.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में रहा। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, एलएंडटी, एचडीएफसी, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी और कोटक बैंक में भी प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की गयी।
दूसरी तरफ पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टाटा स्टील, एसबीआई और अल्ट्राटेक सीमेंट लाभ में रहने वाले शेयरों में शामिल हैं। इनमें 1.88 प्रतिशत तक की तेजी रही।
सेंसेक्स के शेयरों में 25 नुकसान में जबकि पांच लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी रही।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.29 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं और उन्होंने शुक्रवार को 2,267.86 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
मौद्रिक नीति समिति की 7-9 फरवरी को होने वाली बैठक अब 8-10 फरवरी को होगी। मौद्रिक नीति बैठक के नतीजों की घोषणा 10 फरवरी को की जाएगी।
भाषा रमण अजय
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