मुंबई, 23 मार्च (भाषा) शुरुआती बढ़त गंवाते हुए बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 304 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। मुद्रास्फीति और आपूर्ति संबंधी बाधाओं को लेकर चिंता के बीच हालिया तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली को तरजीह दी।
मजबूत शुरुआत के बावजूद तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 304.48 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,684.82 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह एक समय 420.71 अंक टूटकर 57,568.59 अंक तक नीचे आ गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 69.85 अंक यानी 0.4 प्रतिशत टूटकर 17,245.65 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी सबसे अधिक 2.36 प्रतिशत नीचे आया। इसके अलावा कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, सन फार्मा, मारुति सुजुकी इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एशियन पेंट्स के शेयर भी नुकसान में रहे।
इस रुख के उलट डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, टाटा स्टील, आईटीसी और पावरग्रिड लाभ में रहने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘हाल की तेजी के बाद निवेशक सतर्कता का रुख अपना रहे हैं। आपूर्ति संबंधी बाधाओं के कारण मुद्रास्फीति दबाव के चलते उतार-चढ़ाव की स्थिति फिर बन रही है। कच्चे माल की लागत में लगातार वृद्धि और दुनिया के कई भागों में कोविड मामलों के कारण मांग में नरमी, युद्ध तथा जिंसों के ऊंचे दाम कमाई की वृद्धि को प्रभावित कर रहे हैं। इससे परिदृश्य नीचे जा सकता है।’’
पिछले कारोबारी सत्र यानी मंगलवार को सेंसेक्स 696.81 अंक यानी 1.22 प्रतिशत चढ़कर 57,989.30 पर बंद हुआ था। एनएसई निफ्टी 197.90 अंक यानी 1.16 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,315.50 अंक रहा था।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त में रहे।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.12 प्रतिशत उछलकर 117.8 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं। उन्होंने मंगलवार को 384.48 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
भाषा
रमण अजय
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