नयी दिल्ली, 27 मार्च (भाषा) शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी स्कूलनेट ने स्कूलों में सेवाओं के विस्तार और ऐप पर ग्राहकों की वृद्धि के जरिये अगले सात वर्षों में 6,000 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य रखा है।
स्कूलनेट के रणनीति प्रमुख अरिंदम घोष ने कहा कि 25 साल पुरानी कंपनी वर्तमान में लगभग 40,000 स्कूलों को डिजिटल शिक्षण सामग्री और शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के साथ डिजिटल कक्षाएं प्रदान कर रही है।
कंपनी का दावा है कि कोविड-19 से पहले उसका राजस्व 800 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के दौरान स्कूलों के बंद होने के कारण उसका राजस्व हालांकि कुछ कम हो गया है।
घोष ने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो चालू वित्त वर्ष में उसका एकीकृत राजस्व लगभग 400 से 450 करोड़ रुपये रह सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड महामारी के समय में कुल राजस्व प्रभावित हुआ लेकिन हमने इस चालू वर्ष में भी लाभ को बनाये रखा है। हम इस लाभ को बनाए रखेंगे। हम अगले पांच से सात साल में 6,000 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। इसके लिए संसाधनों की महत्वपूर्ण वृद्धि की आवश्यकता होगी।’’
इसके अलावा कंपनी को उम्मीद है कि उसके शिक्षा प्रौद्योगिकी ऐप पर स्कूलों और खुदरा चैनलों के माध्यम से लगभग दस लाख ग्राहक जुड़ेंगे।
भाषा जतिन अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.