मुंबई, 28 अगस्त (भाषा) डॉलर कमजोर होने तथा कच्चा तेल कीमतों में गिरावट आने से रुपया बृहस्पतिवार को 11 पैसे की मजबूती के साथ 87.58 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, हालांकि, भारतीय उत्पादों पर बुधवार से लागू अतिरिक्त अमेरिकी शुल्क को लेकर उत्पन्न चिंता और घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट ने रुपये की तेजी पर अंकुश लगाया।
अमेरिकी सरकार ने कुछ क्षेत्रों को छोड़कर भारतीय निर्यात पर कुल 50 प्रतिशत शुल्क लगाया है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया, डॉलर के मुकाबले 87.56 पर खुला। कारोबार के दौरान 87.53 से 87.68 प्रति डॉलर के बीच कारोबार करने के बाद अंत में 87.58 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से 11 पैसे की मजबूती है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे की गिरावट के साथ 87.69 पर बंद हुआ था।
गणेश चतुर्थी के मौके पर बुधवार को शेयर एवं विदेशी मुद्रा विनिमय बाजारबंद रहे।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘ अमेरिकी आंकड़ों में कच्चे तेल के भंडार में अपेक्षा से कम गिरावट दिखाए जाने के बाद बृहस्पतिवार को एशियाई कारोबार में ब्रेंट तेल की कीमतों में गिरावट आई। हालांकि निवेशक भारत के खिलाफ अतिरिक्त अमेरिकी शुल्क के प्रभाव का अब भी आकलन कर रहे हैं।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत फिसलकर 98.07 पर रहा।
घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स 705.97 अंक की गिरावट के साथ 80,080.57 अंक पर जबकि निफ्टी 211.15 अंक फिसलकर 24,500.90 अंक पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.56 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को शुद्ध रूप से 6,516.49 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश रमण
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