मुंबई, 29 मार्च (भाषा) वर्ष 2022 में मंगलवार को रुपये में 43 पैसे की एक दिन की सर्वाधिक तेजी देखने को मिली। रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौते की उम्मीद के बीच निर्यातकों द्वारा डॉलर की बिक्री तथा कच्चे तेल की कीमतों के घटने से अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया जोरदार तेजी के साथ 75.73 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह इसका चार सप्ताह का उच्चस्तर है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में कमजोर डॉलर और घरेलू शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन की तेजी ने भी रुपये को सहारा दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 75.97 पर मजबूत खुला और बाद में दिन के निचले स्तर 76.15 रुपये प्रति डॉलर तक चला गया।
हालांकि, कारोबार खत्म होने के दौरान रुपये में तेजी लौटी और यह 43 पैसे के इस साल के एक दिन के सर्वाधिक लाभ के साथ 75.73 रुपये के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। यह 28 फरवरी के बाद के बाद का इसका शीर्ष स्तर है। पिछले सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 76.16 पर बंद हुआ था।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के जिंस एवं मुद्रा शोध विभाग की उपाध्यक्ष सुगंधा सचदेव ने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और बाजारों में जोखिम धारणा में सुधार के बीच रुपये में तेजी रही।’’ उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच सुलह की उम्मीद के कारण कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रही।’’
छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.34 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 98.71 रह गया।
वैश्विक मानक माने जाने वाला ब्रेंट क्रूड वायदा, दिन के दौरान नीचे चल रहा था, लेकिन शाम के कारोबार में यह 0.60 प्रतिशत की तेजी के साथ 113.15 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 350 अंक बढ़कर 57,943.65 अंक पर बंद हुआ।
भाषा राजेश राजेश अजय
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