मुंबई, छह अप्रैल (भाषा) रुपये में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से जारी तेजी थम गई। विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने और घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के रुख के कारण विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 47 पैसे की गिरावट के साथ 75.76 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि मुद्रास्फीति के कई दशकों के उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद उसे नियंत्रित करने और डॉलर सूचकांक की तेजी को कायम रखने के लिए अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि किये जाने की संभावना रुपये में गिरावट की वजह बनी।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 75.50 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले 47 पैसे की गिरावट के साथ 75.76 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया 24 पैसे की तेजी के साथ 75.29 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की तेजी के साथ 99.51 हो गया।
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 108.29 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के सदस्यों ने ब्याज दरों में वृद्धि की बात कही है, इससे रुपये में तेजी थम गई और एशियाई मुद्राओं में रुपये का प्रदर्शन सबसे खराब रहा।’’
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 566.09 अंक की गिरावट के साथ 59,610.41 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को 374.89 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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