मुंबई, 20 मई (भाषा) घरेलू बाजारों में कमजोर रुख के बीच रुपया मंगलवार को 21 पैसे टूटकर 85.63 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड प्रतिफल में हालिया उछाल राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों पर बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है, जिससे कर्ज की लागत बढ़ रही है। विदेशी पूंजी की निकासी और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से भी रुपये पर दबाव पड़ा। हालांकि, अमेरिकी डॉलर सूचकांक में नरमी ने गिरावट को सीमित किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.47 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में इसने डॉलर के मुकाबले 85.39 के उच्च और 85.65 के निचले स्तर के बीच कारोबार किया। अंत में डॉलर के मुकाबले रुपये 85.63 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 21 पैसे की गिरावट है।
रुपया सोमवार को 15 पैसे की बढ़त के साथ 85.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘ विदेशी पूंजी की निकासी और कमजोर घरेलू बाजारों के कारण रुपये के नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करने की आशंका है। हालांकि, अमेरिकी डॉलर सूचकांक में गिरावट से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है।’’
उन्होंने कहा कि अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपये का हाजिर भाव 85.30 से 85.90 के बीच रहने के आसार हैं।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 100.23 पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 872.98 अंक की गिरावट के साथ 81,186.44 अंक पर जबकि निफ्टी 261.55 अंक फिसलकर 24,683.90 अंक पर बंद हुआ।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65.45 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 525.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका अजय
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