मुंबई, छह फरवरी (भाषा) रुपया बृहस्पतिवार को दोपहर के कारोबार में 15 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.58 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया।
मौद्रिक नीति बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ब्याज दरों में कटौती की संभावना के बारे में अटकलों से स्थानीय मुद्रा पर दबाव बढ़ा है।
इस साल अब तक स्थानीय मुद्रा में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। घरेलू मुद्रा में यह तेज गिरावट 2024 में अमेरिकी डॉलर/भारतीय मुद्रा जोड़ी में करीब तीन प्रतिशत की गिरावट के बाद आई है, जिससे यह सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली एशियाई मुद्राओं में से एक बन गई है।
रुपया एक जनवरी को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.21 पर था।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.54 प्रति डॉलर पर खुला। बाद में डॉलर के मुकाबले 87.58 के सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर गया, जो पिछले बंद भाव से 15 पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया बुधवार को 36 पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.43 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 107.74 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.88 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को बिकवाल रहे और उन्होंने 1,682.83 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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