नयी दिल्ली, दो अप्रैल (भाषा) बीते वित्त वर्ष 2023-24 में 76 कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये करीब 62,000 करोड़ रुपये जुटाए है। यह राशि इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 19 प्रतिशत अधिक है।
शेयर बाजारों में तेजी, खुदरा निवेशकों की जोरदार भागीदारी और संस्थागत निवेशकों के मजबूत निवेश की वजह से आईपीओ बाजार में तेजी रही।
पेंटोमैथ फाइनेंशियल सर्विसेज ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में भी यह तेजी जारी रहने की उम्मीद है और आईपीओ के लिए यह एक और शानदार साल रह सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया कि यह भरोसा घरेलू पूंजी में वृद्धि, बेहतर शासन पद्धतियां, बढ़ती उद्यमशीलता और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के अनुकूल रुख के चलते है।
पेंटोमैथ फाइनेंशियल ने अनुमान जताया कि चालू वित्त वर्ष में आईपीओ के जरिये एक लाख करोड़ रुपये जुटाए जा सकते हैं।
पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स के प्रबंध निदेशक महावीर लुनावत ने कहा कि अगर भारतीय बाजार किसी वैश्विक संकट से प्रभावित नहीं होता है, तो यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
भाषा पाण्डेय अजय
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