नयी दिल्ली, 31 मार्च (भाषा) खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी के कारण औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी, 2022 में घटकर 5.04 प्रतिशत हो गई। इससे पिछले महीने यानी जनवरी में यह 5.84 प्रतिशत थी।
श्रम मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि फरवरी 2021 में औद्योगिक श्रमिकों (सीपीआई-आईडब्ल्यू) के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 4.48 प्रतिशत थी।
बयान के अनुसार, आलोच्य महीने में खाद्य मुद्रास्फीति 5.09 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व जनवरी में 6.22 प्रतिशत। एक साल पहले फरवरी में यह 4.64 प्रतिशत थी।
आंकड़ों के अनुसार, अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू (औद्योगिक कर्मचारियों के लिये उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) फरवरी, 2022 में 0.1 अंक घटकर 125 अंक रहा, जो इससे पिछले महीने जनवरी में 125.1 अंक था।
मंत्रालय ने कहा कि सूचकांक में दर्ज कमी में अधिकतम योगदान खाद्य एवं पेय समूह का रहा जिसने कुल बदलाव को 0.30 प्रतिशत प्रभावित किया।
वस्तुओं में चावल, बीटरूट, बंदगोभी, गाजर, ड्रम्स्टिक, फ्रेंच बीन, भिंडी, प्याज, आलू और टमाटर इत्यादि सूचकांक को घटाने में जिम्मेवार रहे।
इसके विपरित बकरा मीट/मटन, पोल्ट्री चिकन, सेब, हरी मिर्च, परवल, मिट्टी का तेल, डॉक्टर/सर्जन फीस, एलोपेथिक दवाईयां, बस किराया एवं ट्यूशन/कोचिंग फीस ने सूचकांक में दर्ज कमी को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
भाषा जतिन पाण्डेय
पाण्डेय
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