नयी दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा) पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा, ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल समेत आठ घरेलू प्रौद्योगिकी कंपनियों के शीर्ष कार्यकारी बृहस्पतिवार को वित्त पर संसद की स्थायी समिति के समक्ष उपस्थित होंगे।
इस बैठक में बढ़ती प्रतिस्पर्धा-रोधी चिंताओं के बीच प्रौद्योगिकी मंचों के बाजार व्यवहार के बारे में चर्चा की जायेगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की अगुवाई वाली संसदीय समिति प्रौद्योगिकी आधारित बाजार गतिविधियों के संदर्भ में प्रतिस्पर्धा के विभिन्न पहलुओं पर गौर कर रही है। इसी सिलसिले में उसने प्रौद्योगिकी फर्मों, ई-कॉमर्स कंपनियों और ऑनलाइन गेमिंग के प्रतिनिधियों को चर्चा के लिए बुलाया है।
सिन्हा ने पीटीआई-भाषा से कहा कि संसदीय समिति ने इन कंपनियों से कहा है कि वे अपनी बाजार गतिविधियों के बारे में जानकारी दें।
उन्होंने बताया कि स्विगी, जोमैटो, फ्लिपकार्ट, ओला, ओयो, डिजिटल वित्त कंपनी पेटीएम, मेकमाई ट्रिप और ऑल इंडिया गेमिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को चर्चा के लिए बुलाया गया है।
लोकसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध एक नोटिस के मुताबिक, इस समिति की बृहस्पतिवार को होने वाली बैठक में बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों की प्रतिस्पर्धा-रोधी गतिविधियों के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा, ओला के मुख्य वित्त अधिकारी अरुण कुमार, मेकवाई ट्रिप के चेयरमैन एवं मुख्य संरक्षक दीप कालरा, जोमैटो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दीपिंदर गोयल, ओयो के संस्थापक एवं समूह के सीईओ रितेश अग्रवाल ने बैठक में शामिल होने की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि इसी तरह स्विगी की उपाध्यक्ष अवंतिका बजाज, फ्लिपकार्ट समूह के सीईओ कल्याण कृष्ण मूर्ति और ऑल इंडिया गेमिंग एसोसिएशन के सीईओ रोलैंड लैंडर्स भी समिति की बैठक में शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि हाल में बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां द्वारा अपने कारोबार के दौरान प्रतिस्पर्धा संबंधी प्रावधानों का सही ढंग से पालन नहीं करने संबंधी कई शिकायतें मिली हैं।
इससे पहले 28 अप्रैल को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने भी बाजार प्रतिस्पर्धा के पहलुओं के बारे में संसदीय समिति के समक्ष अपनी बात रखी थी।
भाषा जतिन अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.