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Friday, 27 September, 2024
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रिलायंस ने सीबीएम गैस 23 डॉलर पर बेची, एचओईसी को मिली इससे ऊंची कीमत

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मुंबई, 10 मार्च (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने मध्य प्रदेश में स्थित एक कोयला क्षेत्र से निकाली गई प्राकृतिक गैस को 23 डॉलर के भाव पर गेल, जीएसपीसीए एवं शेल जैसी कंपनियों को बेचा है जबकि अपेक्षाकृत छोटी गैस उत्पादक एचओईसी ने अपनी आधी से ज्यादा गैस 25 डॉलर के भाव पर बेची है।

घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि रिलायंस ने अपने कोलबेड मीथेन (सीबीएम) ब्लॉक एसपी-वेस्ट-2001 से निकाली गई 6.5 लाख घन मीटर गैस को मौजूदा ब्रेंट क्रूड तेल की कीमतों पर 8.28 डॉलर प्रति इकाई (एमएमबीटीयू) के प्रीमियम पर बेचा है।

रिलायंस ने ब्रेंट क्रूड कीमतों के 13.2 प्रतिशत को आधार बनाकर उस र प्रीमियम के साथ गैस बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं।

मौजूदा वक्त में ब्रेंट क्रूड की कीमत 115 डॉलर प्रति बैरल पर है। इस तरह रिलायंस की गैस का आधार मूल्य 15.18 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू बैठता है। इसके ऊपर गेल इंडिया और अन्य की तरफ से 8.28 डॉलर का प्रीमियम जोड़ने पर इस गैस क्षेत्र से निकली गैस की अंतिम कीमत 23.46 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू हो जाती है।

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड को आवंटित गैस क्षेत्रों से निकलने वाली गैस 2.9 डॉलर पर मिलती है। गहरे समुद्र जैसे दुर्गम क्षेत्रों से निकाली जाने वाली गैस के लिए 6.13 डॉलर की थोड़ी ऊंची दर रखी गई है।

हालांकि, सीबीएम ब्लॉक या मुंबई तटक्षेत्र से निकाली जाने वाली गैस की दर पर कोई अधिकतम सीमा नहीं रखी गई है। रिलायंस को अपने केजी बेसिन क्षेत्र की गैस के लिए 6.13 डॉलर प्रति इकाई का दाम मिलता है।

सूत्रों ने बताया कि हिंदुस्तान ऑयल एक्सप्लोरेशन कंपनी (एचओईसी) ने जीएसपीसी को तीन लाख घन मीटर गैस ब्रेंट क्रूड के 22 प्रतिशत भाव पर बेची है। मौजूदा ब्रेंट क्रूड भाव पर इस गैस का बिक्री मूल्य 25.3 डॉलर बैठता है।

सरकारी निर्देश के मुताबिक, गैस उत्पादक कंपनियों को उपलब्ध गैस की बिक्री के लिए ग्राहकों से बोलियां मंगानी होती हैं। इस ई-नीलामी की प्रक्रिया में रिलायंस और एचओईसी दोनों को गेल, जीएसपीसी, इंडियन ऑयल, बीपीसीएल, शेल और अडाणी-टोटल गैस लिमिटेड की भागीदारी की वजह से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा।

रिलायंस ने सीबीएम ब्लॉक से गैस का वाणिज्यिक उत्पादन मार्च, 2017 में शुरू किया था और एक साल में ही यह 11 लाख घन मीटर गैस उत्पादन तक पहुंच गया था। सीबीएम कोयले के स्तर में पाई जाने वाली प्राकृतिक गैस होती है जिसमें मीथेन की मात्रा 90-95 प्रतिशत तक होती है।

भाषा

प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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