मुंबई, 10 अगस्त (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) वित्तीय मानकों (बेंचमार्क) की विश्वसनीयता में सुधार को वित्तीय मानक प्रशासकों के लिए नियामकीय रूपरेखा की समीक्षा करेगा।
आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकान्त दास ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आरबीआई इस समीक्षा के तहत वित्तीय मानकों के प्रशासन के लिए एक विस्तृत एवं जोखिम पर आधारित प्रारूप तैयार करेगा।
इस संबंध में नियम जून, 2019 में जारी किए गए थे।
वित्तीय मानक प्रशासक उन इकाइयों को कहा जाता है जो कीमतों, दरों, सूचकांकों या मूल्यों पर आधारित मानकों का गठन, परिचालन एवं प्रशासन करती हैं।
आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘‘इसके दायरे में विदेशी मुद्रा विनिमय, ब्याज दरें, मनी मार्केट और सरकारी प्रतिभूतियों से संबंधित सभी मानक आएंगे। संशोधित प्रावधानों में वित्तीय मानकों की शुद्धता एवं विश्वसनीयता को लेकर व्यापक भरोसा रहेगा।’’
इसके साथ ही दास ने अनुपालन के बोझ कम करने और निगरानी में रखी गई संस्थाओं के लिए कारोबारी सुगमता बढ़ाने के लिए डेटा जमा करने के निर्देशों को एक ही दिशा में समेकित और सुसंगत बनाने की भी घोषणा की।
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