नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) भारतीय रेल स्टार्टअप कंपनियों को वित्तपोषण उपलब्ध कराने के लिए सालाना 50 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस तरह के अन्य गठजोड़ के उलट नवोन्मेषण के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) नवोन्मेषक के पास ही रहेगा। भारतीय रेल नवाचार नीति के तहत रेलवे स्टार्टअप में निवेश करेगी। इससे उसे सीधे स्टार्टअप से नवाचारों के अधिग्रहण में मदद मिलेगी।
रेल मंत्री ने औपचारिक रूप से नीति का शुभारंभ करते हुए मीडिया को बताया, ‘‘इस नीति का वार्षिक बजट लगभग 40-50 करोड़ रुपये होगा और मंडल रेल प्रबंधकों के लिए एक अतिरिक्त कोष होगा ताकि वे ‘ऑन-फील्ड’ समस्याओं का ‘ऑन-फील्ड’ समाधान ढूंढ सकें।’’
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