कोलकाता, 26 अगस्त (भाषा) आईटीसी लिमिटेड के चेयरमैन संजीव पुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के माल एवं सेवा कर (जीएसटी) ढांचे में सुधार के आह्वान की सराहना करते हुए मंगलवार को कहा कि इस कदम से उपभोग, निवेश, वृद्धि और रोजगार का एक अच्छा चक्र शुरू होगा।
उन्होंने कहा कि खाद्यान्न सहित आवश्यक वस्तुओं की सामर्थ्य एवं सुलभता पर सरकार का ध्यान मध्यम वर्ग, सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) और किसानों को महत्वपूर्ण राहत प्रदान करेगा।
पुरी ने बयान में कहा, ‘‘ दैनिक उपभोग की सभी वस्तुओं की सामर्थ्य एवं सुलभता बढ़ाकर जीवन को आसान बनाने के सरकार के संकल्प से मध्यम वर्ग, एमएसएमई और किसानों को लाभ होगा।’’
उन्होंने कहा कि पारदर्शी, सरलीकृत एवं विकासोन्मुख कर संरचना से न केवल उद्यमों की प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार होगा, बल्कि कारोबार सुगमता एवं लागत दक्षता को भी बढ़ावा मिलेगा।
पुरी ने कहा, ‘‘ प्रस्तावित उपाय अर्थव्यवस्था को संगठित बनाने, अधिक कर-अनुपालन वाले समाज का निर्माण करने एवं आत्मनिर्भर भारत की नींव को मजबूत करने में सक्षम होंगे।’’
उन्होंने कहा कि ये सुधार युवाओं को बेहतर अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे और भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ने में सहायता करेंगे।
केंद्र ने जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने पर गठित मंत्रिसमूह के समक्ष ‘‘योग्यता’’ और ‘‘मानक’’ वस्तुओं व सेवाओं के लिए पांच और 18 प्रतिशत की द्वि-स्तरीय कर संरचना के साथ ही पांच से सात वस्तुओं के लिए 40 प्रतिशत की दर का प्रस्ताव रखा है। इस प्रस्ताव में मौजूदा 12 और 28 प्रतिशत कर ‘स्लैब’ को समाप्त करना शामिल है। बाजार को उम्मीद है कि इससे अमेरिकी उच्च शुल्क से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने और अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में मदद मिलेगी।
भाषा निहारिका अजय
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