नयी दिल्ली, तीन अगस्त (भाषा) पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) चालू वित्त वर्ष के अंत तक 30 लाख करोड़ रुपये के कुल कारोबार के ऐतिहासिक आंकड़े को छूने के लिए पूरी तरह तैयार है।
बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अशोक चंद्रा ने यह उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि देश के दूसरे सबसे बड़े ऋणदाता के पास इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सही रणनीति है।
चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के अंत में पीएनबी का कुल कारोबार 11.6 प्रतिशत बढ़कर 27.19 लाख करोड़ रुपये हो गया। पीएनबी के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा का स्थान है, जिसका कुल कारोबार 30 जून 2025 तक 26.43 लाख करोड़ रुपये का था। इसके बाद 25.64 लाख करोड़ रुपये के कुल कारोबार के साथ केनरा बैंक है।
चंद्रा ने कहा, ”चालू वित्त वर्ष के लिए हमारा लक्ष्य 29.56 लाख करोड़ रुपये का है। हम अपने लक्ष्य से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और अगले साल मार्च तक 30 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकते हैं। हम इस बात का पूरा ध्यान रख रहे हैं कि हम जो भी राजस्व अर्जित करने जा रहे हैं, उससे बैंक का लाभ बढ़ना चाहिए।”
उन्होंने एक साक्षात्कार में जोर देकर कहा कि पीएनबी परिचालन लाभ को लेकर बहुत सचेत है और पहली तिमाही में ही बैंक ने 7,081 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे ज्यादा परिचालन लाभ दर्ज किया है।
उन्होंने कहा, ”चाहे जमा राशि जुटाना हो या कॉरपोरेट ऋण बही हो, हर चीज से बैंक के लाभ में इजाफा होना चाहिए। यही कारण है कि अब थोक जमा राशि कम कर दी गई है और कॉरपोरेट जमा राशि में काफी कमी आई है।”
चंद्रा ने कहा कि बैंक का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में न्यूनतम 11-12 प्रतिशत ऋण वृद्धि और 9-10 प्रतिशत जमा वृद्धि हासिल करना है।
उन्होंने कहा कि बैंक इस बात का पूरा ध्यान रख रहा है कि जो भी ऋण बही तैयार हो, उसका परिचालन लाभ में अच्छा योगदान होना चाहिए।
चंद्रा ने कहा कि पीएनबी कॉरपोरेट ऋण देने में बहुत आक्रामक है और उसने कॉरपोरेट उधारकर्ताओं को यह विश्वास दिलाया है कि 15 दिनों के भीतर निर्णय लिए जाएंगे।
भाषा पाण्डेय
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