नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) भारत के लिए इस दशक को प्रौद्योगिकी-दशक (टेकड) बनाने और 5जी, सेमीकंडक्टर विनिर्माण तथा डिजिटल सेवाओं के जरिए परिवर्तन लाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किए गए आह्वान को लेकर उद्योग जगत का कहना है कि इससे देश में प्रौद्योगिकी क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि यह प्रौद्योगिकी-दशक (टेकड) भारत का है और डिजिटल प्रौद्योगिकी हर क्षेत्र में सुधार लाने जा रही है। मोदी ने कहा कि गांवों में 5जी, सेमीकंडक्टर विनिर्माण और ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) के साथ, हम डिजिटल इंडिया के जरिये जमीनी स्तर पर एक क्रांति ला रहे हैं।
घरेलू मोबाइल उपकरण विनिर्माता लावा इंटरनेशनल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हरि ओम राय ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र करीब 4000 अरब डॉलर का राजस्व देते हैं। वैश्विक जीडीपी पर इसका असर करीब 17000 अरब डॉलर का है। प्रधानमंत्री ने भविष्य को आंक लिया है और बता दिया है कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र उनके लिए प्राथमिकता रखता है।
दूरसंचार उपकरण विनिर्माता विहान नेटवर्क्स के चेयरमैन राजीव मेहरोत्रा ने कहा, ‘‘सेमीकंडक्टर चिप को लेकर किया गया आह्वान स्वागत योग्य है। ’’
इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के चेयरमैन पंकज महिंद्रू ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार चलें तो अगला दशक ‘टेकड’ रहने वाला है। जीडीपी वृद्धि विनिर्माण और प्रौद्योगिकी के बूते होगी। हम इस दिशा में काम कर रहे हैं लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना है।’’
इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जा उद्योग की संस्था ईएलसीआईएनए ने कहा कि प्रधानमंत्री का उभरती प्रौद्योगिकी, टिकाऊपन, नवीरकणीय ऊर्जा और प्राकृतिक रसायनमुक्त कृषि पर जोर एक स्पष्ट निर्देश देता है कि हमें उजले एवं टिकाऊ भविष्य की ओर बढ़ना चाहिए।
आईटी उद्योग संस्था नैसकॉम ने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकियों के साथ भारत के प्रौद्योगिकी नवोन्मेष ने दुनिया को प्रभावित किया है।
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