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Wednesday, 20 November, 2024
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मई में पाम तेल आयात 33 प्रतिशत घटकर 5.14 लाख टन पर

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नयी दिल्ली, 14 जून (भाषा) देश का खाद्य तेल आयात इस साल मई में 33.20 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 5,14,022 टन पर आ गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। हालांकि, समीक्षाधीन महीने में आरबीडी पामोलीन के आयात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।

भारत दुनिया का वनस्पति तेलों का प्रमुख खरीदार है। मई, 2021 में पाम तेल का आयात 7,69,602 टन रहा था।

एसईए के अनुसार, मई में देश का कुल वनस्पति तेल आयात घटकर 10,05,547 टन रह गया, जो एक साल पहले समान महीने में 12,13,142 टन था।

देश के वनस्पति तेल आयात में पाम तेल की हिस्सेदारी करीब 50 प्रतिशत है।

एसईए के मुताबिक, इंडोनेशिया ने 23 मई से पाम तेल के निर्यात पर रोक को कुछ शर्तों के साथ हटा दिया है। साथ ही उसने निर्यात कर में भी कमी की है। इस वजह से इंडोनेशिया से निर्यात बढ़ेगा, जिससे वैश्विक स्तर पर कीमतें प्रभावित होंगी।

पाम तेल उत्पादों की बात की जाए, तो कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का आयात मई में घटकर 4.09 लाख टन रह गया। एक साल पहले समान महीने में यह 7.55 लाख टन था।

हालांकि, आरबीडी पामोलीन का आयात बड़ी बढ़ोतरी के साथ एक लाख टन पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान महीने में 2,075 टन था। कच्चे पाम कर्नेल तेल (सीपीकेओ) का आयात 11,894 टन से घटकर 4,265 टन पर आ गया।

वहीं सोयाबीन तेल का आयात बढ़कर 3.73 लाख टन पर पहुंच गया, जो मई, 2021 में 2.67 लाख टन रहा था।

भाषा अजय

अजय रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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