(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, तीन अक्टूबर (भाषा) नकदी संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान का व्यापार घाटा सितंबर में बढ़कर 3.34 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 46 प्रतिशत अधिक है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, आयात बढ़ने और निर्यात में कमी आने के कारण देश के नाजुक बाह्य क्षेत्र पर दबाव बढ़ा और मुद्रा की स्थिरता को खतरा पैदा हुआ।
समाचारपत्र ‘द न्यूज’ ने शुक्रवार को पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो (पीबीएस) के आंकड़ों के हवाला से प्रकाशित एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वर्ष सितंबर में यह घाटा 2.29 अरब डॉलर था जो अब मुख्य रूप से आयात के 14 प्रतिशत बढ़कर 5.85 अरब डॉलर हो जाने और निर्यात 11.7 प्रतिशत घटकर 2.5 अरब डॉलर रह जाने से बढ़ा।
अगस्त 2025 की तुलना में व्यापार घाटा 16.3 प्रतिशत बढ़ गया। चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में व्यापार घाटा सालाना आधार पर 32.9 प्रतिशत बढ़कर 9.37 अरब डॉलर हो गया।
इस अवधि में आयात 13.5 प्रतिशत बढ़कर 16.97 अरब डॉलर का हो गया, जबकि निर्यात 3.8 प्रतिशत घटकर 7.6 अरब डॉलर रह गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि व्यापार घाटा बढ़ने से विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव पड़ सकता है, रुपये में अस्थिरता बढ़ सकती है और ऋण भुगतान जटिल हो सकता है।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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