नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) खरीफ मौसम में अब तक धान की बुवाई का रकबा 12 प्रतिशत बढ़कर 364.80 लाख हेक्टेयर हो गया है। सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
खरीफ (ग्रीष्मकालीन) मौसम की मुख्य फसल धान की बुवाई पिछले साल इसी अवधि में 325.36 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
कृषि विभाग ने आठ अगस्त, 2025 तक खरीफ फसलों के अंतर्गत बुवाई के रकबे की स्थिति जारी की है।
सोमवार को जारी एक सरकारी बयान में कहा गया कि सभी खरीफ फसलों का कुल बुवाई रकबा आठ अगस्त तक बढ़कर 995.63 लाख हेक्टेयर हो गया, जो एक साल पहले 957.15 लाख हेक्टेयर था।
दलहनों की बुवाई का रकबा मामूली बढ़कर 106.68 लाख हेक्टेयर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 106.52 लाख हेक्टेयर था। मोटे अनाजों का बुवाई रकबा बढ़कर 178.73 लाख हेक्टेयर हो गया जो साल पहले इसी अवधि में 170.96 लाख हेक्टेयर था।
गैर-खाद्यान्न श्रेणी में, तिलहन का रकबा घटकर 175.61 लाख हेक्टेयर रहा जो एक साल पहले इसी अवधि में 182.43 लाख हेक्टेयर था।
कपास का रकबा पहले के 110.49 लाख हेक्टेयर से घटकर 106.96 लाख हेक्टेयर रह गया।
हालांकि, गन्ने की बुवाई का रकबा अब तक थोड़ी बढ़कर 57.31 लाख हेक्टेयर हो चुकी है, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 55.68 लाख हेक्टेयर था।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इस साल कुल मिलाकर मानसून सामान्य से बेहतर रहने का अनुमान लगाया है।
भाषा राजेश राजेश रमण
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