नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) भारत ऊर्जा भंडारण सप्ताह (आईईएसडब्ल्यू) में 200 से अधिक घरेलू यात्री कार विनिर्माता और अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
बयान के अनुसार, उद्योग निकाय इंडिया एनर्जी स्टोरेज अलायंस (आईईएसए) आठ जुलाई से 10 जुलाई तक नई दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में आईईएसडब्ल्यू के 11वें संस्करण की मेजबानी करेगा।
इसमें कहा गया, आईईएसडब्ल्यू 2025 में 200 से अधिक घरेलू यात्री कार विनिर्माताओं और अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) विनिर्माताओं के आने का अनुमान है, जिससे भारत के वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के दृष्टिकोण को बल मिलेगा।
भारत खुद को दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर (ई-3डब्ल्यू) बाजारों में से एक के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। उल्लेखनीय रूप से कम समय में, यह इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (ई-2डब्ल्यू) बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है।
फॉर्च्यून बिजनेस इनसाइट्स के अनुसार, भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार 22.4 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि पर 2032 तक 117.78 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
यशोभूमि कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में आयोजित होने वाले आईईएसडब्ल्यू 2025 कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, फिनलैंड, कनाडा, अमेरिका, इज़राइल और दक्षिण कोरिया के 150 से अधिक प्रमुख साझेदारों, प्रदर्शकों और 1,000 से अधिक कंपनियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
आईईएसए के अध्यक्ष देबमालया सेन ने कहा, ‘‘ एसपीएमईपीसीआई एक क्रांतिकारी कदम है और यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के औद्योगिक परिवर्तन के दृष्टिकोण को मजबूत करेगा… आईईएसडब्ल्यू के माध्यम से हम विश्व स्तरीय नवाचारों और विदेशी निवेशों को देखेंगे जो हमारे उद्योग को आगे बढ़ाएंगे।’’
आईईएसए इस आयोजन के लिए गुजरात, ओडिशा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के साथ भी सहयोग कर रहा है। इसका उद्देश्य ऐसे अभूतपूर्व समाधानों एवं नवाचारों का नेतृत्व करके मौजूदा परिवेश की समग्र गुणवत्ता और कार्यक्षमता को बढ़ाना है, जो आईईएसडब्ल्यू 2025 में उद्योग के परिदृश्य को नया आकार दे सकें।
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