नयी दिल्ली, 31 मार्च (भाषा) ओएनजीसी में सरकार की 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए लाई गई बिक्री पेशकश (ओएफएस) को पूर्ण अभिदान मिला है, जिससे सरकार को अगले वित्त वर्ष में 3,000 करोड़ रुपये मिलेंगे।
सरकार देश की प्रमुख तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी में अपनी 1.5 फीसदी हिस्सेदारी 159 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेच रही है।
खुदरा निवेशकों के लिए ओएफएस बृहस्पतिवार को खुला और इसे 1.33 करोड़ शेयरों के लिए बोली मिली। यह लगभग 1.88 करोड़ शेयरों के कुल निर्गम आकार का 71 प्रतिशत है।
खुदरा निवेशकों का जो हिस्सा बच गया है, उसे संस्थागत खरीदारों को आवंटित किया जाएगा, जिन्होंने बुधवार को लगभग 4,854 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, जो उनके कोटे का साढ़े तीन गुना है। इस खंड में निवेशकों ने 30.35 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाईं। उनके लिए 8.49 करोड़ शेयर आरक्षित हैं।
संस्थागत निवेशकों की बोलियां 159.91 रुपये प्रति शेयर के सांकेतिक मूल्य पर 4,854 करोड़ रुपये बैठती हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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