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Sunday, 12 October, 2025
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ओएनजीसी के पास अपने मूल्यांकन से एक-तिहाई संपत्ति, फिर भी बाजार पूंजीकरण में जोमैटो से पीछे

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नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) का मूल्य लगभग 3.10 लाख करोड़ रुपये है और इस लिहाज से यह अब खाद्य वितरण कंपनी जोमैटो से पीछे है।

ऐसा इस तथ्य के बावजूद है कि ओएनजीसी की अनुषंगी कंपनियों और अन्य निवेश में हिस्सेदारी इसके बाजार पूंजीकरण के एक तिहाई से अधिक है।

इससे पता चलता है कि भारत की सबसे बड़ी तेल और गैस उत्पादक कंपनी का मूल्यांकन शायद कम किया गया है।

बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को कारोबार बंद होने पर ओएनजीसी का बाजार मूल्यांकन 3.097 लाख करोड़ रुपये था। यह आंकड़ा इटर्नल लिमिटेड (जिसे पहले जोमैटो के नाम से जाना जाता था) के 3.36 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन से कम है।

साथ ही हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (3.23 लाख करोड़ रुपये) और टाइटन कंपनी (3.13 लाख करोड़ रुपये) का मूल्यांकन भी ओएनजीसी से ज्यादा है।

ओएनजीसी 2012 में 2.44 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी थी। उस समय यह आईटी कंपनी टीसीएस और ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज से आगे थी।

पिछले 13 वर्षों में ओएनजीसी का बाजार पूंजीकरण केवल 26 प्रतिशत बढ़ा है, जबकि अन्य सूचीबद्ध कंपनियों ने भारी उछाल देखा है।

रिलायंस का मूल्यांकन जुलाई, 2012 के 2.43 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर शुक्रवार को 18.7 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

इसी तरह टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण जुलाई, 2012 के 2.42 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर अब 10.95 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

किसी सूचीबद्ध कंपनी का बाजार पूंजीकरण उसके सभी शेयरों के कुल बाजार मूल्य के बराबर होता है।

बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, ओएनजीसी बाजार पूंजीकरण के हिसाब से 25वें स्थान पर है।

विश्लेषकों का कहना है कि बाजार ने ओएनजीसी के विविध पोर्टफोलियो के मूल्य का पूरी तरह से आकलन नहीं किया है, जिसमें विदेशी निवेश फर्म ओएनजीसी विदेश, मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड और अन्य रणनीतिक परिसंपत्तियों में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी शामिल है।

ओएनजीसी की एमआरपीएल में 71.63 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसका मूल्य 18,000 करोड़ रुपये से अधिक है। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) में इसकी 54.9 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 52,770 करोड़ रुपये की है।

ओएनजीसी की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में 14.20 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसका मूल्य 31,000 करोड़ रुपये है। इसकी गेल (इंडिया) लिमिटेड में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसका मूल्य लगभग 5,900 करोड़ रुपये है।

बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि ओएनजीसी के मूल्यांकन का फिर से आकलन करने से इसमें वृद्धि हो सकती है। इससे निवेश का वास्तविक मूल्य पता चलेगा और निवेशकों का विश्वास मजबूत होगा।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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