नयी दिल्ली, 20 अगस्त (भाषा) केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने विदिशा, देवास और धार जिलों में घटिया खरपतवार-नाशक दवा क्लोरिम्यूरॉन-एथिल की बिक्री के खिलाफ कार्रवाई की है।
कृषि मंत्री के कार्यालय ने इस संबंध में कई शिकायतें मिलने के बाद कदम उठाने का निर्देश दिया था। इन शिकायतों में कहा गया था कि सोयाबीन फसलों को क्लोरिम्यूरॉन-एथिल के इस्तेमाल से नुकसान पहुंच रहा है।
सोयाबीन एवं धान जैसी फसलों में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों और घास पर काबू पाने के लिए क्लोरिम्यूरोन-एथिल का इस्तेमाल किया जाता है।
चौहान ने बयान में कहा, ‘‘बाजार से इसके नमूने जब्त कर उनका परीक्षण किया गया और जांच में खरपतवार-नाशक के नमूने मानक से कमतर पाए गए।’’
चौहान ने कहा कि जिन क्षेत्रों में घटिया खरपतवार-नाशक बेचा गया, वहां डीलर के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। इसके अलावा राज्य सरकारों को निर्देश दिए गए हैं कि जब तक जब्त रसायन के परीक्षण के परिणाम नहीं आते, लाइसेंस निलंबित रखे जाएं।
उन्होंने कहा कि इस खरपतवार-नाशक के बचे हुए स्टॉक की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इसके साथ ही कृषकों को सलाह दी गई है कि वे फसलों में क्लोरिम्यूरॉन-एथिल का इस्तेमाल न करें।
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