नयी दिल्ली, सात जून (भाषा) देश के आठ प्रमुख शहरों में 2022 के दौरान पट्टे या लीज पर कार्यालय स्थलों की मांग 14 प्रतिशत बढ़कर छह करोड़ वर्ग फुट पर पहुंचने का अनुमान है।
वैश्विक संपत्ति सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड के अनुसार, घरेलू अर्थव्यवस्था में मजबूत सुधार और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों समेत स्टार्टअप में बड़े पैमाने पर नियुक्तियों से कार्यालय स्थल की मांग बढ़ रही है।
आंकड़ों के अनुसार, आठ प्रमुख शहरों में 2021 के दौरान किराये पर दफ्तर की मांग बढ़कर 5.26 करोड़ वर्गफुट हो गई थी, जो 2020 में 4.94 करोड़ वर्ग फुट थी।
आठ प्रमुख शहरों की सूची में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद और अहमदाबाद शामिल है।
कुशमैन एंड वेकफील्ड के प्रबंध निदेशक (किरायेदार प्रतिनिधि) बादल याग्निक ने कहा, ‘‘पांच हजार अरब डॉलर की विशाल अर्थव्यवस्था की ओर भारत की यात्रा में वाणिज्यिक कार्यालय बाजार के विकास के लिए ढेर सारे अवसर है।’’
उन्होंने अनुमान जताया कि अगले दो वर्षों के दौरान पट्टे पर दफ्तर देने की गतिविधियां सालाना आधार पर बढ़कर लगभग छह करोड़ वर्ग फुट के करीब पहुंच जाएंगी।
भाषा जतिन अजय
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