नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के निर्यातकों को रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में मांग में नरमी का सामना करना पड़ रहा है और उन्होंने हालात से निपटने के लिए सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
एमएसएमई निर्यातकों ने कहा है कि आने वाले महीनों में मांग में कमी का देश के निर्यात पर असर पड़ सकता है।
लुधियाना हैंड टूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मंदी का दौर चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर क्षेत्र क्षमता के 25-60 प्रतिशत पर ही काम कर रहे हैं। फिलहाल हमें बहुत ही कम ऑर्डर मिल रहे हैं।’’
ज्यादातर निर्यातकों ने कहा कि उनके पास केवल एक या दो महीने के ही ऑर्डर हैं।
दलपत फोर्ज (इंडिया) के प्रबंधक अश्विनी अग्रवाल ने कहा कि मांग की स्थिति खराब है और सरकार को इससे निपटने में मदद देनी चाहिए।
भारतीय निर्यातकों के संगठन फियो के उपाध्यक्ष खालिद खान ने कहा कि ऑर्डर बुक की स्थिति खराब है।
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मानसी अजय
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