अगरतला, 25 अप्रैल (भाषा) पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (डीओएनईआर) त्रिपुरा के अनानास को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए 132.62 करोड़ रुपये की परियोजना का समर्थन करेगा। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
त्रिपुरा सरकार ने अनानास की रानी किस्म के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों की तलाश करने के लिए मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा था। वर्ष 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अनानास को त्रिपुरा का राजकीय फल घोषित किया था।
इस पूर्वोत्तर राज्य में वर्तमान में अनानास की खेती 12,095 हेक्टेयर भूमि में की जाती है और यहां सालाना लगभग 1,77,433 टन फल का उत्पादन होता है।
कृषि और किसान कल्याण विभाग के निदेशक फणी भूषण जमातिया ने कहा, “कृषि और किसान कल्याण मंत्री रतन लाल नाथ ने बृहस्पतिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इसमें मंत्री ने अनानास के अनूठे स्वाद, सुगंध और पोषण मूल्य पर प्रकाश डाला, जो इसे विश्वस्तर पर अत्यधिक विपणन योग्य बनाता है।”
उन्होंने कहा कि स्वस्थ और रसायन मुक्त उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए, त्रिपुरा के जैविक रूप से उगाए गए अनानास की वैश्विक बाजारों में मजबूत संभावनाएं हैं।
जमातिया ने कहा कि सिंधिया ने त्रिपुरा के अनानास को बढ़ावा देने में गहरी दिलचस्पी दिखाई और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए साल भर उत्पादन और आकर्षक पैकेजिंग के महत्व पर जोर दिया।
भाषा अनुराग प्रेम
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