नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) लक्जरी कार बनाने वाली कंपनी मर्सिडीज-बेंज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष अय्यर ने कहा है कि यूरो के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट के प्रभाव को कम करने के लिए कंपनी अगले साल की शुरुआत में कीमतें बढ़ाने पर विचार कर रही है।
कंपनी पहले ही कीमतों में लगभग 3.5-4 प्रतिशत की वृद्धि कर चुकी है।
अय्यर ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘हमारी कीमतें अब भी यूरो के मुकाबले लगभग 93-94 के आसपास हैं, और आज यूरो 103 के स्तर पर है, जिसका मतलब है कि हमें कीमतों में संभवत: अगले साल की शुरुआत में और बढ़ोतरी करनी पड़ेगी।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी फिलहाल कीमतों में बढ़ोतरी से बच रही है, लेकिन आने वाले समय में ‘कोई विकल्प नहीं होगा।’
अय्यर ने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि हम फिर से ऊंचे मूल्य निर्धारण स्तर पर लौटेंगे…। लेकिन हमें लगता है कि अगर समग्र वृहद अर्थव्यवस्था में सुधार होता है, तो बाजार भविष्य में ऊंचे मूल्य निर्धारण को झेलने में सक्षम होगा। क्योंकि क्रय शक्ति में उल्लेखनीय सुधार होगा और जीएसटी दरों में कटौती के बाद खरीद को लेकर आकर्षण बढ़ेगा।’’
उन्होंने बताया कि यूरो के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में लगभग 14-15 प्रतिशत की गिरावट है और कंपनी ने अबतक कीमत में केवल 3.5-4 प्रतिशत की वृद्धि की है।
अय्यर ने कहा, ‘‘इसलिए हमें अब भी इसकी भरपाई करनी है, लेकिन हमें उम्मीद है कि रुपया फिर से मजबूत हो सकता है। दरअसल, रुपया कुछ साल तक यूरो के मुकाबले 90 के स्तर पर स्थिर रहा था, इसलिए हो सकता है कि यह एक नया स्तर हासिल कर ले और फिर स्थिर हो जाए।’’
कंपनी ने जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने मद्देनजर कीमतों में दो लाख रुपये (ए-क्लास) से लेकर 10 लाख रुपये (एस-क्लास) तक की कटौती की घोषणा की है।
मर्सिडीज-बेंज ने 2024-25 में भारत में 18,928 इकाइयां बेचीं, जिनमें से हर चार में से एक कार की कीमत 1.5 करोड़ रुपये से अधिक थी।
भाषा रमण अजय
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