नयी दिल्ली, 18 नवंबर (भाषा) सॉफ्टबैंक समर्थित ई-कॉमर्स मंच मीशो ने पिछले एक साल में अपने मंच पर 2.2 करोड़ संदिग्ध लेनदेन के खिलाफ कार्रवाई की है और 12 मामले दर्ज किए हैं।
कंपनी की सोमवार को जारी ‘ट्रस्ट एश्योरेंस रिपोर्ट’ के अनुसार, उसके दल ने अग्रणी विश्लेषणात्मक मॉडल, परिष्कृत डेटा विज्ञान ढांचे और उन्नत कम्प्यूटेशनल लॉजिक विकसित किए हैं। इससे 13 लाख ‘बॉट ऑर्डर’ को रोकने में मदद मिली और कंपनी के मंच तक पहुंच हासिल कर घोटाले करने के 77 लाख प्रयासों को रोका गया।’’
रिपोर्ट में कहा, ‘‘ पिछले 12 महीने में मीशो ने 2.2 करोड़ से अधिक धोखाधड़ी वाले लेनदेन को रोका है। इसके अतिरिक्त, मीशो ने मंच से गलत तत्वों को हटाने के लिए व्यापक स्तर पर कदम उठाए हैं।’’
इसमें कहा गया, ‘अकाउंट हैक’ करने की धोखाधड़ी के खिलाफ अपने प्रयास के तहत मीशो ने सक्रिय जांच शुरू की जिसके परिणामस्वरूप कोलकाता और रांची में 40 से अधिक संदिग्धों के खिलाफ नौ मामले दर्ज किए गए।
मीशो का दावा किया कि उसने अक्टूबर 2023 से लॉटरी धोखाधड़ी की घटनाओं को 75 प्रतिशत कम किया। इससे निपटने के लिए कोलकाता, बेंगलुरु और रांची में व्यापक स्तर की जांच की गई और इन धोखाधड़ी योजनाओं के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं।
रिपोर्ट के अनुसार, मीशो ने 18,000 से अधिक धोखाधड़ी वाले सोशल मीडिया खातों, लगभग 130 फर्जी वेबसाइट तथा ऐप को बंद करने के लिए खतरों से निटपने वाले विभिन्न खुफिया मंचों के साथ साझेदारी की।
ई-कॉमर्स कंपनी ने मीशो ब्रांड का इस्तेमाल कर संदिग्ध वेबसाइट चलाने वाले धोखेबाजों के खिलाफ स्थायी निषेधाज्ञा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख भी किया है।
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