नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) अग्रणी वाहन विनिर्माता मारुति सुजुकी इंडिया का एकीकृत शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में खर्च बढ़ने के कारण एक प्रतिशत घटकर 3,911 करोड़ रुपये रह गया।
देश की सबसे बड़ी कार विनिर्माता कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में 3,952 करोड़ रुपये रहा था।
मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बीती तिमाही में उसकी कुल आमदनी बढ़कर 40,920 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में 38,471 करोड़ रुपये रही थी।
समूचे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 7.5 प्रतिशत बढ़कर 14,500 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 13,488 करोड़ रुपये था।
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की आमदनी बढ़कर 1,52,913 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,41,858 करोड़ रुपये थी।
कंपनी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष की मार्च तिमाही के दौरान उसका कुल खर्च 8.5 प्रतिशत बढ़कर 37,585 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में 34,624 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने कहा कि मार्च तिमाही में एकल आधार पर उसका शुद्ध लाभ घटकर 3,711 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में यह 3,878 करोड़ रुपये था।
एमएसआई ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी शुद्ध बिक्री बढ़कर 38,849 करोड़ रुपये हो गई, जबकि 2023-24 की इसी अवधि में यह 36,697 करोड़ रुपये थी।
कंपनी ने कहा कि जनवरी-मार्च की अवधि में उसने 6,04,635 इकाइयों की बिक्री की, जो किसी भी तिमाही में अब तक की सर्वाधिक बिक्री है।
मारुति सुजुकी ने कहा कि उसकी घरेलू बिक्री में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि निर्यात में आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस तरह कुल वृद्धि 3.5 प्रतिशत रही।
प्रमुख वाहन कंपनी ने कहा कि चौथी तिमाही में घरेलू बिक्री 5,19,546 इकाई और निर्यात 85,089 इकाई रही।
कंपनी ने कहा कि एकल आधार पर शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2024-25 में छह प्रतिशत बढ़कर 13,955 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 13,209 करोड़ रुपये था।
एमएसआई की शुद्ध बिक्री पिछले वित्त वर्ष में 7.5 प्रतिशत बढ़कर 1,45,115 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 1,34,938 करोड़ रुपये थी।
कार विनिर्माता ने कहा कि उसने वित्त वर्ष के दौरान कुल 22,34,266 वाहन बेचे, जिसमें घरेलू बाजार में 19,01,681 इकाइयां बिकीं और 3,32,585 गाड़ियों का निर्यात किया गया।
एमएसआई ने कहा कि उसने पिछले वित्त वर्ष में अब तक की सबसे अधिक वार्षिक बिक्री और निर्यात दर्ज किया है।
कंपनी लगातार चौथे वर्ष शीर्ष निर्यातक बनी रही, जो अब भारत से कुल यात्री वाहन निर्यात में लगभग 43 प्रतिशत का योगदान दे रही है।
हालांकि, इसने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में घरेलू बाजार की वृद्धि काफी धीमी रही।
भाषा अनुराग प्रेम
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