चेन्नई, 10 फरवरी (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने बृहस्पतिवार को कहा कि निचली ब्याज दरें और प्रणाली में अत्यधिक नकदी आज सबसे बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति वित्तीय स्थिरता को प्रभावित कर सकती है।
सुब्बाराव ने यहां एक सम्मेलन में कहा कि केंद्रीय बैंकों और भारतीय रिजर्व बैंक के समक्ष आज प्रमुख चुनौती मूल्य स्थिरता, वृद्धि को समर्थन और रोजगार पर संतुलन कायम करने की है।
सुब्बाराव ने ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट द्वारा आयोजित 12वें सालाना यूनियन बैंक वित्तीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘पिछले दो साल के दौरान रिजर्व बैंक ने असाधारण नीति को कायम रखा है। चूंकि कोविड-19 महामारी ने देश को प्रभावित किया है, ऐसे में यह बेहद जरूरी है और केंद्रीय बैंक उचित कदम उठा रहा है।’’
भाषा अजय अजय प्रेम
प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.