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Tuesday, 18 November, 2025
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किर्लोस्कर ब्रदर्स के निदेशक मंडल की केआईएल ने की आलोचना

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नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) किर्लोस्कर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (केआईएल) ने किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड (केबीएल) के आर्थिक विवरण का फॉरेंसिक ऑडिट करने के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने का सुझाव देने के लिए सोमवार को केबीएल के निदेशक मंडल की आलोचना की।

केबीएल के शेयरधारकों की आठ दिसंबर को असाधारण आमसभा (ईजीएम) होने वाली है। इसमें किसी बाहरी एजेंसी से कंपनी का फॉरेंसिक ऑडिट कराने का प्रस्ताव शेयरधारकों की मंजूरी के लिए रखा जाएगा।

केआईएल ने गत अक्टूबर में अतुल किर्लोस्कर और राहुल किर्लोस्कर के साथ मिलकर केबीएल की ईजीएम बुलाने की मांग की थी। केबीएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजय किर्लोस्कर के साथ विवाद बढ़ने के बीच यह मांग रखी गई थी। केबीएल में अतुल और राहुल किर्लोस्कर की सम्मिलित रूप से 24.92 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

अतुल और राहुल किर्लोस्कर ने कहा था कि एक सूचीबद्ध कंपनी होने से केबीएल को पेशेवर कानूनी परामर्श एवं व्यय के मद में 274 करोड़ रुपये के भुगतान के पीछे की वजह वाजिब ठहरानी चाहिए। किर्लोस्कर भाइयों का 2016 में पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया था।

केबीएल के निदेशक मंडल ने पिछले महीने ईजीएम बुलाने पर सहमति जताने के साथ ही शेयरधारकों से यह अनुरोध किया था कि वे किसी बाहरी संस्था से फॉरेंसिक ऑडिट कराने के प्रस्ताव को नकार दें।

केआईएल के प्रबंध निदेशक महेश छाबड़िया ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि केबीएल निदेशक मंडल का अपने शेयरधारकों को इस तरह का सुझाव देना परेशान करता है और यह पारदर्शी कदम नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि केबीएल के निदेशक मंडल को सभी हितधारकों के प्रति जवाबदेह बनाना होगा।

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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