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Thursday, 20 November, 2025
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जिंदल स्टेनलेस का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 32 प्रतिशत बढ़कर 808 करोड़ रुपये

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नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 32 प्रतिशत बढ़कर 808 करोड़ रुपये हो गया।

कंपनी ने बयान में कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 609 करोड़ रुपये था।

बयान के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की कुल आय 12 प्रतिशत बढ़कर 10,982.46 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले की समान अवधि में 9,823.88 करोड़ रुपये थी। बिक्री मात्रा भी 15 प्रतिशत बढ़कर 6,48,050 टन हो गई, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 5,64,627 टन थी।

कंपनी ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में औद्योगिक पाइप व ट्यूब, लिफ्ट व एलिवेटर, मेट्रो, रेल के डिब्बे और पहिये जैसे प्रमुख खंडों में लगातार मजबूत मांग रही। घरेलू उपकरणों के क्षेत्र में भी त्योहारों के दौरान मांग से बिक्री में सुधार देखा गया।

जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने मीडिया के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा, ‘‘हमने प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण एवं बेहतर सेवाओं के माध्यम से बाजार हिस्सेदारी को बरकरार रखा हालांकि प्रतिकूल परिस्थितियां बनी रहीं।’’

उन्होंने कहा कि चीन और वियतनाम से आयात लगातार बढ़ रहा है जिससे भारतीय उत्पादकों, विशेष रूप से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के लिए समान अवसरों वाला माहौल प्रभावित हो रहा है।

जिंदल ने कहा, ‘‘ गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों (क्यूसीओ) का अस्थायी निलंबन पूरे घरेलू उद्योग के लिए चिंताजनक एवं निराशाजनक है। मौजूदा भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बीच निम्न गुणवत्ता वाले सस्ते आयात की आमद और बढ़ने की आशंका है।’’

कंपनी ने इस तिमाही के दौरान बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए उच्च क्षमता वाले ‘स्टेनलेस स्टील रिबार’ विकसित किए।

रक्षा क्षेत्र में कंपनी की इकाई जिंदल डिफेंस एंड एयरोस्पेस (जेडीए) को एलएंडटी से ‘एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल’ (एटीजीएम) लॉन्चर प्रणाली के लिए उच्च क्षमता वाली ‘नाइट्रोजन स्टील प्लेट’ की आपूर्ति का ऑर्डर मिला।

देश की अग्रणी स्टेनलेस स्टील विनिर्माता कंपनी जिंदल स्टेनलेस का वित्त वर्ष 2024-25 में वार्षिक कारोबार 40,182 करोड़ रुपये (4.75 अरब अमेरिकी डॉलर) रहा था। अब कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर वित्त वर्ष 2026-27 तक 42 लाख टन सालाना ‘मेल्ट’ क्षमता हासिल करने की दिशा में काम कर रही है।

भाषा निहारिका अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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