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Sunday, 16 June, 2024
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पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए एफपीओ लाने पर विचार कर रही है इरेडा

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नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लि. (इरेडा) भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) लाने की योजना बना रही है। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने सोमवार को यह कहा।

उल्लेखनीय है कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) पिछले साल नवंबर में 2,150 करोड़ रुपये का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) लेकर आई थी। इसे 39 गुना अभिदान मिला था।

दास ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘कंपनी भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और मुख्य रूप से नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए आगे कर्ज देने के लिए एफपीओ के साथ-साथ स्थायी तौर पर बॉन्ड (पर्पेचुअल बॉन्ड) जारी करने की योजना बना रही है।’’

उन्होंने कहा कि देश में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर सरकार के जोर को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के दौरान कर्ज वितरण बढ़ने की उम्मीद है।

उल्लेखनीय है कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी इरेडा का कर्ज वितरण वित्त वर्ष 2023-24 में 15.94 प्रतिशत बढ़कर 25,089.04 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 2022-23 में 21,639.21 करोड़ रुपये था।

दास ने कहा कि हमने चालू वित्त वर्ष में 24,200 करोड़ रुपये बाजार से जुटाने का लक्ष्य रखा है। लेकिन हमारा अनुमान है कि नवीकरणीय ऊर्जा और नये उद्योगों (हरित हाइड्रोजन, बैटरी भंडारण आदि) की कर्ज जरूरतों को पूरा करने के लिए हमें और पूंजी चाहिए।

एफपीओ के बारे में उन्होंने कहा कि बाजार इस समय अनुकूल है और एफपीओ के जरिये पूंजी जुटाने का यह सही समय है।

हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि एफपीओ कब लाया जाएगा। लेकिन यह संकेत दिया कि चालू वित्त वर्ष के अंत या अगले वित्त वर्ष की शुरुआत में यह आ सकता है।

दास ने कहा कि एफपीओ प्रस्ताव को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी की जरूरत होगी।

दास ने यह भी कहा कि कंपनी जल्द ही आयकर अधिनियम की धारा 54ईसी के तहत छूट के लिए पात्र बॉन्ड जारी करने को सूचीबद्ध होगी।

धारा 54ईसी बॉन्ड को पूंजीगत लाभ बॉन्ड के रूप में भी जाना जाता है। यह निश्चित आय उत्पाद हैं जो निवेशकों को धारा 54ईसी के तहत पूंजीगत लाभ कर छूट प्रदान करते हैं।

आरईसी लि., भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन और इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन वर्तमान में धारा 54ईसी के तहत बॉन्ड जारी कर सकती हैं।

इरेडा का शुद्ध एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) पिछले वित्त वर्ष में 0.99 प्रतिशत रहा जो 2022-23 में 1.66 प्रतिशत था।

भाषा

रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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