जयपुर, एक मई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने एवं रोजगार सृजन के लिए अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में विभिन्न निवेश अनुकूल नीतियां जारी की तथा ‘राइजिंग राजस्थान’ वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन’ का आयोजन किया। इससे प्रदेश में औद्योगिक विकास और उद्यमिता के माहौल में बदलाव आया है।
शर्मा बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री निवास पर निवेश संवर्धन ब्यूरो (बीआईपी) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि निवेश प्रस्तावों का मूल्यांकन करते हुए धरातल पर इनकी प्रगति एवं इससे मिलने वाले रोजगार की निगरानी करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (रिप्स-2024) के माध्यम से निवेशकों को विभिन्न रियायतें एवं आवश्यक सुविधाएं प्रदान कर रही है।
शर्मा ने कहा कि राज्य के राजस्व एवं रोजगार के अवसरों में वृद्धि के लिए राज्य सरकार ऐसे निवेशकों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, जो तय समय सीमा में निवेश की प्रगति को लेकर गंभीर हैं।
उन्होंने विस्तार से संबंधित निवेश प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए इनकी प्रगति की स्थिति के आधार पर लाभ दिए जाने के संबंध में निर्देश दिए।
बैठक में उद्योगों को देय पैकेज, रियायत, छूट तथा अन्य सुविधाओं के संबंध में आए प्रस्तावों पर चर्चा की गई। इस दौरान मुख्य सचिव सहित जल संसाधन, वित्त, राजस्व, ऊर्जा, उद्योग एवं खान विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
भाषा कुंज नोमान रमण
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