नयी दिल्ली, तीन मार्च (भाषा) छतों पर स्थापित सौर बिजली (रूफटॉप सोलर) क्षमता बीते साल (2023 में) 6.25 प्रतिशत बढ़कर 1.7 गीगावाट हो गई है। अमेरिकी शोध कंपनी मेरकॉम कैपिटल की ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थापना लागत में कमी जैसे कारकों की वजह से छतों पर स्थापित सौर क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
वर्ष 2022 में छतों पर स्थापित सौर क्षमता में वृद्धि 1.6 गीगावाट (जीडब्ल्यू) थी।
‘मेरकॉम इंडिया रूफटॉप सोलर मार्केट रिपोर्ट’ में कहा गया है कि अक्टूबर-दिसंबर, 2023 में छतों पर 406 मेगावाट सौर बिजली क्षमता जोड़ी गई। 2022 की अंतिम तिमाही में जोड़ी गई 483 मेगावाट क्षमता से यह आंकड़ा 15.9 प्रतिशत कम है।
दिसंबर, 2023 के अंत में छतों पर स्थापित सौर क्षमता कुल मिलाकर 10.5 गीगावाट तक पहुंच गईं।
वर्ष 2023 में रूफटॉप सोलर में प्रमुख योगदान आवासीय क्षमता का रहा। हालांकि, वृद्धि मामूली थी क्योंकि कई वाणिज्यिक और औद्योगिक (सी एंड आई) उपभोक्ता अपने पूंजी निवेश को कम करने के लिए मॉड्यूल की कीमतों के स्थिर होने का इंतजार कर रहे थे। बीते साल छतों पर स्थापित कुल सौर क्षमता में आवासीय खंड का हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक रहा। इसके बाद वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्र का हिस्सा आता है।
भाषा अजय अजय पाण्डेय
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