नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 11.7 प्रतिशत घटकर 7,033 करोड़ रुपये रहा है।
वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी को 7,969 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष के लिए अपने लक्ष्य को पार कर लिया है।
इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2024-25 के आमदनी के लक्ष्य को 3.75-4.50 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.5-5 प्रतिशत कर दिया था।
समीक्षाधीन तिमाही के लिए कंपनी की आमदनी 40,925 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के 37,923 करोड़ रुपये से 7.9 प्रतिशत अधिक है।
इससे पिछली यानी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही की तुलना में कंपनी का मुनाफा 3.3 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि, आमदनी दो प्रतिशत घटी है।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उसका मुनाफा 1.8 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 26,713 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, इस दौरान कंपनी की आमदनी 6.06 प्रतिशत बढ़कर 1,62,990 करोड़ रुपये रही है।
इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा, “हमने अपने ग्राहकों के विश्वास और कर्मचारियों के समर्पण की बदौलत ग्राहक-केंद्रित नीति और बाजार के प्रति जवाबदेही पर तीव्र ध्यान देते हुए एक मजबूत संगठन बनाया है।”
इन्फोसिस ने चालू वित्त वर्ष (2025-26) के लिए स्थिर मुद्रा पर राजस्व में 0-3 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है।
सूचना के अनुसार, 2024-25 के लिए कंपनी का नकदी प्रवाह 4.1 अरब डॉलर था।
कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) जयेश संघराजका ने कहा कि यह राशि कंपनी के इतिहास में अबतक की सबसे ऊंची है।
पिछले वित्त वर्ष के अंत में इन्फोसिस के कर्मचारियों की संख्या 323,578 थी।
इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 22 रुपये का अंतिम लाभांश प्रस्तावित किया है, जो अंतरिम लाभांश के साथ पिछले वर्ष की तुलना में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि है।
बीएसई पर कंपनी का शेयर बृहस्पतिवार को 0.51 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,420.20 रुपये पर बंद हुआ।
भाषा अनुराग अजय
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