नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) उद्योग जगत को उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बहुत जल्द ब्याज दरों में कटौती करेगा।
पीएचडीसीसीआई के महासचिव और सीईओ रंजीत मेहता ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने यह भी जोड़ा कि चालू वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की आर्थिक वृद्धि 6.5 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान है।
उन्होंने देश के सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) के समक्ष आने वाली तीन प्रमुख चुनौतियों का भी जिक्र किया, जिसमें किफायती वित्त, प्रौद्योगिकी और बाजार तक पहुंच शामिल है।
मेहता ने कहा, ‘‘जहां तक दरों का सवाल है, मुझे लगता है कि आरबीआई ने निश्चित रूप से इस पर गौर किया है। उन्होंने रेपो दर कम कर दी है। लेकिन हम, इस पर आरबीआई के अगले फैसले का इंतजार कर रहे हैं। उद्योग को उम्मीद है कि जब मुद्रास्फीति आरबीआई के लक्षित दायरे में है, तो भविष्य में बहुत जल्द दरों में कमी होगी।’’
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की अगली समीक्षा बैठक 4-6 जून को होनी है।
मेहता ने यह भी बताया कि पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) ने चालू वित्त वर्ष के लिए 6.5 प्रतिशत से अधिक की आर्थिक वृद्धि का अनुमान लगाया है।
वह ‘एसएमई बाजार संवेदी सूचकांक’ जारी करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस सूचकांक को 3,000 एसएमई के सर्वेक्षण के आधार पर तैयार किया गया है।
भाषा पाण्डेय अजय
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