scorecardresearch
Tuesday, 19 November, 2024
होमदेशअर्थजगतपरमार्थ कार्य में जुटे औद्योगिक घरानों ने नेटवर्क बनाया, सालाना एक अरब डॉलर जुटाने का लक्ष्य

परमार्थ कार्य में जुटे औद्योगिक घरानों ने नेटवर्क बनाया, सालाना एक अरब डॉलर जुटाने का लक्ष्य

Text Size:

मुंबई, 19 जुलाई (भाषा) परमार्थ कार्यों में जुटे औद्योगिक घरानों ने मंगलवार को एक नेटवर्क के गठन की घोषणा की। इस नेटवर्क का सामाजिक कार्यों के लिए 2030 तक सालाना एक अरब डॉलर की राशि जुटाने का लक्ष्य है। इसमें विप्रो के प्रेमजी, जेरोध के निखिल कामत, निशा गोदरेज और रोहिणी नीलेकणि शामिल है।

इस संबंध में मंगलवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, इस नेटवर्क में शामिल सभी सदस्य हर साल कम से कम 50 लाख रुपये का योगदान करेंगे। नेटवर्क में वर्ष 2030 तक कम से कम 5,000 सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।

बयान में कहा गया कि इस नेटवर्क का नाम ‘गिविंगपी’ रखा गया है और इसका उद्देश्य हर वर्ष साल एक अरब डॉलर जुटाना है, ताकि संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में देश की मदद की जा सके।

इस नेटवर्क की स्थापना के लिए वर्तमान में अदिति और ऋषद प्रेमजी, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, मनीषा और आशीष धवन, निखिल कामत, निशा गोदरेज, राजन नवानी, रोहिणी नीलेकणि, स्कोल फाउंडेशन, तारा सिंह वाचानी, वासवी भरत राम और विवेक जैन जैसे परमार्थ कार्य में जुटे उद्योगपतियों ने हाथ मिलाया है।

भाषा जतिन अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments